UP Free Bus Service 2023 | यूपी फ्री बस सर्विस पात्रता, दस्तावेज और आवेदन प्रक्रिया

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  UP Free Bus Service 2023 | यूपी फ्री बस सर्विस पात्रता, दस्तावेज और आवेदन प्रक्रिया उत्तर प्रदेश के नागरिकों के लिए फिर से उत्तर प्रदेश सरकार लेकर आई है एक बड़ी खबर , जैसा कि हम सब जानते हैं उत्तर प्रदेश सरकार लगातार राज्य के युवाओं ,महिलाओं, बच्चों और वृद्धजनों के लिए विभिन्न प्रकार की योजनाओं का समय समय पर आरंभ करती रहती है। सरकार यह सुनिश्चित करती है कि राज्य में नागरिकों का विकास बेहतर तरीके से होता रहे और नागरिकों को किसी प्रकार की कोई असुविधा ना हो । राज्य में उनका जीवन आसान और सुलभ हो सके इसीलिए सरकार लगातार नई योजनाओं का गठन करती रहती है। इसी संदर्भ में हाल ही में सरकार ने UP Free Bus Service की घोषणा की है । हाल ही में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने UP Free Bus Service 2023 की घोषणा की है जिसमें उन्होंने बताया है कि यह UP Free Bus Service 2023, 60 वर्ष से अधिक आयु की महिलाओं के लिए शुरू की जा रही है। जिससे वह सरकारी रोडवेज बसों में यातायात सेवा का लाभ उठा सकेंगे। UP Free Bus Service 2023 योजना UP Free Bus Service 2023 सरकार उत्तर प्रदेश सरकार लाभार्थी उत्तर प्रदेश वरिष...

श्रीकृष्ण जन्मभूमि और शाही ईदगाह मामले मे मुकदमे की पैरवी के लिए संतों की निगरानी कमेटी गठित, हर स्तर पर प्रयास करने का निर्णय

 न्यास अध्यक्ष अधिवक्ता महेंद्रप्रताप सिंह ने मुकदमे में अब तक की कार्रवाई और सुप्रीम कोर्ट में कैवियेट दाखिल करने की जानकारी संतों को दी। राजकीय संग्रहालय में रखी ऐतिहासिक पुस्तकों के बारे में बताया, जिसमें श्रीकृष्ण जन्मभूमि का इतिहास उल्लेखित किया गया है।


 बृहस्पतिवार को रमणरेती मार्ग स्थित हनुमान टेकरी में हुई बैठक में अध्यक्षता करते हुए संत गोविंदानंद तीर्थ ने कहा कि धार्मिक स्थलों से अवैध कब्जों को हटाने के लिए संत समाज एकजुट रहेगा। न्यास अध्यक्ष अधिवक्ता महेंद्रप्रताप सिंह ने मुकदमे में अब तक की कार्रवाई और सुप्रीम कोर्ट में कैवियेट दाखिल करने की जानकारी संतों को दी। राजकीय संग्रहालय में रखी ऐतिहासिक पुस्तकों के बारे में बताया, जिसमें श्रीकृष्ण जन्मभूमि का इतिहास उल्लेखित है।

तय होगी रणनीति

आगरा की जामा मस्जिद की सीढ़ियों में दबे विग्रह को भी वापस लाना है। बैठक में संतों की कमेटी बनाई गई जो इस प्रकरण में नजर रखने के साथ रणनीति तय करेगी। क्या साक्ष्य प्रस्तुत करने हैं, संतों ने इस पर मंथन किया।


बृहस्पतिवार को रमणरेती मार्ग स्थित हनुमान टेकरी में हुई बैठक में अध्यक्षता करते हुए संत गोविंदानंद तीर्थ ने कहा कि धार्मिक स्थलों से अवैध कब्जों को हटाने के लिए संत समाज एकजुट रहेगा। न्यास अध्यक्ष अधिवक्ता महेंद्रप्रताप सिंह ने मुकदमे में अब तक की कार्रवाई और सुप्रीम कोर्ट में कैवियेट दाखिल करने की जानकारी संतों को दी। राजकीय संग्रहालय में रखी ऐतिहासिक पुस्तकों के बारे में बताया, जिसमें श्रीकृष्ण जन्मभूमि का इतिहास उल्लेखित है।

तय होगी रणनीति

आगरा की जामा मस्जिद की सीढ़ियों में दबे विग्रह को भी वापस लाना है। बैठक में संतों की कमेटी बनाई गई जो इस प्रकरण में नजर रखने के साथ रणनीति तय करेगी। क्या साक्ष्य प्रस्तुत करने हैं, संतों ने इस पर मंथन किया।


श्रीकृष्ण जन्मभूमि और शाही ईदगाह प्रकरण पर श्रीकृष्ण जन्मभूमि मुक्ति न्यास की बैठक में संत-महंतों ने कानूनी लड़ाई में हरसंभव मदद का भरोसा दिया। उन्हें अब तक हुई कानूनी लड़ाई की जानकारी दी गई। मुकदमे की पैरवी के लिए संतों की कमेटी का गठन किया गया।

पीपाद्वाराचार्य बाबा बलरामदास, स्वामी चित्प्रकाशानंद, डाॅ. स्वामी आदित्यानंद, कृष्णानंद महाराज, महामंडलेश्वर नवल गिरि, महंत मोहिनी शरण, सत्यमित्रानंद, रमेश शास्त्री, संत दशरथ दास ने भी विचार रखे। इस मौके पर श्यामसुंदर ब्रजवासी, सतेंद्र सिंह, सतीश, जितेंद्र सिंह, ईश्वरचंद्र रावत, अशोक प्रताप सिंह, देवानंद, संत जुगल बाबा आदि मौजूद थे।

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